स्कूल: अपनी तो पाठशाला, मस्ती की पाठशाला ट्यूशन: इधर चला मैं उधर चला गणित: अजीब दास्तान है यह विज्ञान: आ ख़ुशी से ख़ुदकुशी कर ले भूगोल: मुसाफिर हूँ मैं यारो अर्थ शास्त्र: क्यों पैसा-पैसा करती है, पैसे पे क्यों मरती है परीक्षा: ज़हरीली रातें, नींदें उड़ जाती हैं रिजल्ट: जिया धड़क धड़क जाये पास: आज मैं ऊपर आसमान नीचे फेल: जग सूना-सूना लागे |
No comments:
Post a Comment