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Thursday, March 31, 2016

चाँद का दीदार!

एक लड़की ने अपने बॉयफ्रेंड से कहा, "तुम मेरे लिए क्या कर सकते हो?"

लड़का: जो तुम कहो डार्लिंग।

लड़की: क्या तुम मेरे लिए चाँद ला सकते हो?

लड़का गया और थोड़ी देर बाद हाथ में कुछ चीज़ छिपा कर लाया और लड़की से कहा, "आँखे बंद करो।"

लड़की ने आँखें बंद की तो लड़के ने वो चीज़ लड़की के हाथो में दी और लड़की से आँखे खोलने को कहा।

लड़की ने आखें खोली तो उस चीज़ को देख उसकी आँखों में आंसू थे। क्योकि उसके हाथों में एक आइना था जिसमे उस लड़की का चेहरा नज़र आ रहा था।

लड़की: तुम मुझे चाँद सा समझते हो?

लड़का: नहीं, मैं तो तुम्हें सिर्फ ये समझा रहा था कि जिस मुँह से चाँद मांग रही हैं कभी वो थोबड़ा आईने में भी देखा है या नहीं?

जैकेट का खेल!

एक दिन एक औरत अपने प्रेमी के साथ घर में थी कि अचानक से उसके पति ने बाहर आवाज़ लगा दी। औरत ने अपने प्रेमी को जल्दी जल्दी अलमारी में छिपा दिया।

पति घर में दाखिल हुआ और पूछा, "क्या हुआ, दरवाज़ा खोलने में इतना समय क्यों लगा दिया?"

औरत ने घबराते हुए जवाब दिया, "नहीं वो मैं अलमारी में कपडे रख रही थी।"

थोड़ी देर बाद औरत ने पति कहा,"चलो खाना खा लेते हैं।" 

जब वे खाना खा रहे थे तो पति को अलमारी में कोई आवाज सुनाई दी, तो उस ने अपनी पत्नी से पूछा,"ये क्या है डार्लिंग?"

औरत: कुछ नही जैकेट होगी।

कुछ समय बाद फिर उसे वही आवाज सुनाई दी, पति ने फिर चिढ़कर कहा, "अरे ये फिर से आवाज हुई?" 

औरत: कुछ नही जैकेट है। 

थोड़ी देर बाद पति को फिर वही आवाज सुनाई दी, तो वो गुस्से में उठकर बोला, "मैं ही देखता हूँ ये क्या है और अगर ये जैकेट नही हुई न तो तुम्हें बहुत पछताना पड़ेगा।"

औरत पूरी तरह से घबरा गयी।

पति ने जैसे ही अलमारी का दरवाजा खोला तो एक आदमी उसकी ओर पिस्तौल ताने खड़ा था। पति ने चुपचाप अलमारी का दरवाजा बंद किया और बोला, "अरे डार्लिंग सच में जैकेट ही है।"

टीचर के सवाल पप्पू के जवाब!

टीचर: टीपू सुल्‍तान की मृत्‍यु किस युद्ध में हुई थी?
पप्पू: उनके आखिरी युद्ध में। 

टीचर: गंगा किस स्‍टेट में बहती है?
पप्पू: लिक्विड स्‍टेट में।

टीचर: महात्‍मा गांधी का जन्‍म कब हुआ था? 
पप्पू: उनके जन्‍मदिन के दिन।

टीचर: 15 अगस्‍त को क्‍या होता है? 
पप्पू: 15 अगस्‍त।

टीचर: 6 लोगों के बीच 8 आम कैसे बांटे?
पप्पू: मैंगो शेक बनाकर।

गधे ही शादी करते हैं!

एक पति का अपनी पत्नी से झगड़ा हुआ और दुखी होकर घर से बाहर निकला और पीछे पीछे उसका बेटा भी उसके साथ आ गया। 

वे दोनों घूमते घूमते एक पार्क में पहुँच गए, दोनों एक बेंच पर बैठ गए, सामने एक गधा घास चर रहा था।

बच्चे ने अपने बाप को पूछा, "पापा ये कौन सा जानवर है?"

बाप ने जवाब दिया, "बेटा ये गधा है।"

उस के साथ में एक गधी भी चर रही थी, बच्चे ने पूछा, "पापा ये कौन है? बाप ने जवाब दिया बेटा ये इस गधे की बीवी है।"

बच्चे ने पूछा, "तो क्या पापा गधे भी शादी करते है?"

बाप बड़े दुखी मन से बोला, "हाँ बेटा, सिर्फ गधे ही शादी करते है।"

पुरुष!

भगवान की ऐसी रचना जो बचपन से ही त्याग और समझौता करना सीखता है। 

वह अपने चॉकलेटस का त्याग करता है अपने दांत बचाने के लिये। 

वह अपने सपनो का त्याग कर माता-पिता की खुशी के लिये उनके अनुसार कैरियर चुनता है। 

वह अपनी पूरी पॉकेट-मनी गर्लफ़्रेंड के लिये गिफ़्ट खरीदने में लगाता है। 

वह अपनी पूरी जवानी बीवी-बच्चों के लिये कमाने में लगाता है। 

वह अपना भविष्य बनाने के लिये लोन लेता है और बाकी की ज़िंदगी उस लोन को चुकाने में लगाता है। 

इन सबके बावज़ूद वह पूरी ज़िंदगी पत्नी, माँ और बॉस से डांट सुनने में लगाता है। 

पूरी ज़िंदगी पत्नी, माँ, बॉस और सास उस पर कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं। 

उसकी पूरी ज़िंदगी दूसरों के लिये ही बीतती है। 

इसलिए हमेशा एक पुरुष का सम्मान करें|

उम्मीद से ज्यादा!

एक मेडीकल कॉलेज मे एक नये प्रोफेसर ने ज्वॉइन किया और बहुत ही नामचीन प्रोफेसर होने की वजह से उसे इस बात की बिलकुल भी घबराहट नहीं थी कि आज इस कॉलेज मे उसका पहला दिन है। वो सीधा अपनी पहली क्लास में गया और सभी छात्र और छात्राओ ने उसका जोरदार स्वागत किया।

प्रोफेसर ने सभी छात्र और छात्राओ को इस स्वागत के लिए धन्यवाद दिया और अपना परिचय देने के बाद क्लास से बोला, "मै भी आप सभी का परिचय जानना चाहता हूँ पर उससे पहले एक सवाल पूछ कर आप सभी के ज्ञान की परीक्षा लेना चाहता हूँ।

सभी छात्र और छात्राओ ने एक साथ कहा, "सर ठीक है... हम सभी तैयार है।"

प्रोफेसर: हमारे शरीर का कौन सा ऐसा अंग है जो कि हमारे उत्तेजित होने पर अपने वास्तविक साईज से दस गुना बडा हो जाता है?

जब कोई हाथ खडा नही हुआ तो फिर प्रोफेसर ने एक लडकी को खडा होने के लिए इशारा किया और बोला, "तुम्हें इस सवाल का जवाब आता है?"

लडकी: सर मुझे जवाब तो पता है...पर आपको एक लडकी से इस तरह का सवाल पूछने में शर्म महसूस होनी चाहिए।

प्रोफेसर: ठीक है फिर बैठ जाओ।

प्रोफेसर ने फिर एक लडके का हाथ खडा हुआ देखा और पूछा, "क्या तुम्हे जवाव पता है?"

लडका: हाँ सर, मुझे जवाब पता है।

प्रोफेसर: तो ठीक है फिर बताओ।

लडका: सर आँख की पुतली।

प्रोफेसर: एकदम सही जवाब।

प्रोफेसर ने उस लडकी को दोबारा खडा होने के लिए कहा जिसने सवाल का जवाब देने से मना किया था और उससे बोला, "मुझे तुमको तीन बातें बतानी है।"

लडकी: कौन सी तीन बातें सर?

प्रोफेसर: पहली बात तुम्हारा ज्ञान बहुत ही सतही है, इसको गहराई तक लेकर जाओ। दूसरी बात तुम्हारे दिमाग में गन्दगी भरी है इसे निकालो और तीसरी बात तुम्हारी उम्मीदे बहुत ज्यादा हैं जो तुम्हे परेशानी मे डाल सकती हैं।

लडकी: उम्मीदे ज्यादा होने का क्या मतलब है सर?

प्रोफेसर: तुम जिसकी बात कर रही थी। वो कभी भी अपने वास्तविक साईज से दस गुना नहीं होता।

हसबैंड की परिभाषा!

गांव की दो महिलाएं आपस में बात कर रही थी।

पहली बोली, "बहन यह हसबैंड क्या होता है?"

दूसरी ने मुस्कुराते हुए कहा, "बहन ये अजीब तरह का बैंड होता है। जो केवल घर के बेलन से ही बजाया जाता है। इस बैंड को बजाने का आनंद केवल शादीशुदा औरतें ही ले सकती हैं और इस बैंड की अच्छाई ये होती है कि इसे जितना बजाओगी उतनी ही मधुर धुन निकलेगी और धुन केवल घर के अंदर ही रहेगी। मजे की बात तो यह है कि इसे कितना भी बजाओ ये हँसता ही रहता है, इसीलिए इसे हसबैंड कहते हैं।"

आदत से मज़बूर!

एक आदमी की शादी में जब फेरे लेने की बारी आई तो पहले फेरे के वक्त ही दूल्हा दौड़कर दुल्हन से आगे निकल गया।

पंडित जी ने दूल्हे को पीछे रहने को कहा।

दूसरे फेरे के वक्त दुल्हन आगे हुई तो दूल्हा फिर दौड़कर आगे निकल गया।

दूल्हा बार-बार ऐसे ही तेजी से दुल्हन के आगे निकल जाता।

बार-बार ऐसा होता देख दुल्हन के पिता को गुस्सा आ गया और वे बोले, "यह कैसा दूल्हा है जो फेरे भी ढंग से नहीं ले सकता। ऐसे यह शादी नहीं हो सकती।"

दूल्हे के चाचा ने समझाते हुए कहा, "माफ करना भाईसाहब, दरअसल लड़का हरियाणा रोडवेज की बस का ड्राईवर है इसलिए इसे बार - बार ओवरटेक करने की आदत है।

गहराई की सच्चाई!

एक बार संता और बंता एक कोयले की खदान में नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाते हैं तो मैनेजर पहले बंता को बुलाता है और उसका इंटरव्यू लेता है।

मैनेजर: क्या तुमने इस से पहले भी कभी खदान में काम किया है?

बंता: जी हाँ।

मैनेजर: अच्छा तो मुझे यह बताओ की उसकी गहराई कितनी थी?

बंता: जी 20 फुट।

बंता की बात सुन मैनेजर को गुस्सा आ जाता है तो वह उस से कहता है, "क्या बकवास कर रहे हो 20 फुट गहरी भी कोई खदान होती है, तुम झूठ बोल रहे हो इसीलिए मेरे कमरे से बहार निकल जाओ।"

मैनेजर की बात सुन बंता बहार आ जाता है और संता को अन्दर हुई सारी बात बताता है और कहता है, "अगर मैनेजर अन्दर तुमसे खदान की गहराई के बारे में पूछे तो ज्यादा से ज्यादा बताना।"

उसके बाद संता की बारी आती है तो मैनेजर फिर उस से वही सवाल पूछता है।

मैनेजर: क्या तुमने इस से पहले कभी खदान में काम किया है?

संता: जी हाँ।

मैनेजर: अच्छा तो उस खदान की गहराई कितनी थी?

संता: जी 20,000 हज़ार फुट।

मैनेजर: बहुत बढ़िया तो एक बात और बताओ कि इतनी गहराई में काम करते वक्त तुम किस तरह की लाईटों का प्रयोग करते थे?

संता: जी मुझे कभी लाईटों की ज़रूरत नहीं पड़ी क्योंकि मेरी दिन की शिफ्ट होती थी।

लम्बी दूरी!

एक बार संता को एक लड़की से प्यार हो गया। वो रोज़ उसे ऑफिस, जहाँ को काम करती, ले जाने और वापस घर छोड़ के आने लगा।

एक दिन रास्ते में लड़की बेहद उदास हो कर बोली, "कल लड़के वाले मुझे देखने आये थे।"

संता: फिर?

लड़की: मुझे पसंद कर गए।

संता बेहद दुखी होते हुए बोला, "अब?"

लड़की रोन लगी और रोते - रोते बोली, "अगले महीने की शादी तय हो गई, उनका घर लक्ष्मी नगर है।"

संता गहरी सोच में पड़ गया।

लड़की: अब क्या करना है, सोचो जल्दी।

संता: सोच ही तो रहा हूँ। अब लक्ष्मी नगर से तुम्हें ऑफिस छोड़ने के लिए मुझे रिंग रोड़ लेनी पड़ेगी, फिर 3 किलोमीटर बाद यू - टर्न, उसके बाद वन वे के कारण राजगुरु रोड़, फिर वो मुखर्जी नगर वाला फ्लाई ओवर... ओये नहीं मेरे बस की बात नहीं है, तू अपने पति को ही बोल कोई इन्तेजाम करे, मुझे बहुत लम्बा पड़ेगा।"

Wednesday, March 30, 2016

ख़बरों के टुकड़े!

कई दुकानदार अख़बारों को काट कर लिफाफे बना लेते हैं लेकिन कई बार जोड़ लगाते समय दो अखबारों की खबरें इस तरह जुड़ जाती हैं कि उनके मतलब कुछ और के और ही बन जाते हैं।

कुछ नमूनें देखें:

1. अमरीका के राष्ट्रपति... कानपुर के पास चोरी की भैंसों समेत गिरफ्तार

2. अमरीकी फौजों द्वारा इराक की जेलों में... चमेली बाई के साथ भंगड़े की क्लासें 23 जुलाई से शुरू

3. अफगानिस्तान की जेलों में छिपे लादेन को... पंजाब सरकार की ओर से बुढ़ापा पेंशन देने का ऐलान

3. मुख्यमंत्री के घर पर... भैंस ने छ: टाँगों वाले बच्चे को जन्म दिया

4. अपने हरमन प्यारे नेता को वोट डालकर... मर्दाना ताकत हासिल करें

5. अटल बिहारी वाजपेयी ने ज़ोर देकर कहा... एक सुन्दर और सुशील कन्या की ज़रूरत

6. तिहाड़ जेल से छ: कैदी फरार... भारत को ओलंपिक्स में सोने के तमगे की उम्मीद

7. क्या आपकी नज़र कमज़ोर है? आज ही आयें... ठेका देशी शराब

8. बे-औलाद दंपत्ति परेशान न हों... 7 तारीख को आ रहे हैं लालू प्रसाद आपके शहर में

मज़ा नहीं आएगा!

एक दिन एक कंजूस आदमी के घर कोई मेहमान आ गया। अब कंजूस को यह चिंता सताने लगी कि इस मेहमान की मेहमान नवाज़ी में बेकार का खर्चा हो जायेगा तो उसने अपने अंदाज़ में हालात को कुछ यूँ संभाला।

कंजूस: भाईसाहब, ठंडा लेंगे या गरम?

मेहमान: ठंडा।

कंजूस: जूस या कोल्ड ड्रिंक?

मेहमान: कोल्ड ड्रिंक ले लूँगा।

कंजूस: स्टील के गिलास में लेंगे या काँच के गिलास में?

मेहमान: काँच के गिलास में ले आओ।

कंजूस: प्लेन या डिजाइन वाला?

मेहमान (परेशान होते हुए): अरे यार, डिजाइन वाले में ही ले आओ।

कंजूस: ओके, कौन सी डिजाइन पसंद है? लाइनों वाली या फूलों वाली?

मेहमान: फूलों वाली।

कंजूस: कौन से फूल? गुलाब के या चमेली के?

मेहमान: गुलाब के।

कंजूस (अपनी बीवी से): अरे ज़रा देख तो गुलाब के फूलों की डिजाइन वाला गिलास अपने घर में है या नहीं?

बीवी: नहीं है जी।

कंजूस: ओ तेरी नहीं है, चल फिर कोल्ड ड्रिंक रहने दे। भाईसाहब को मजा नहीं आएगा।

अजीब नाराज़गी!

एक बार एक आदमी की बीवी मायके गयी हुई थी। आदमी उसे लेने अपने ससुराल गया। जब बीवी को लेकर वो ससुराल से वापस आने लगा तो उसकी सास ने उसके हाथ में 20 रुपये दे दिए। 

दोनों वापस घर आ गए। घर आने पर आदमी कई दिनों तक अपनी बीवी से झगड़ता रहा। उससे सही तरीके से बात भी नहीं कर रहा था। एक दिन उसकी बीवी ने उससे तंग आ कर उस को पूछ लिया, "क्यों जी, जब से आप मुझे लेकर आये हो, आप मुझसे झगड़ते ही रहते हो। ठीक से बात भी नहीं करते, ऐसी क्या बात हो गयी?" 

आदमी: तुम्हारी माँ को कोई भी शर्म नहीं है न? 

बीवी: क्या हो गया? ऐसा क्यों बोल रहे हो? 

आदमी: जब मैं तुम्हें लेने गया था तो पूरे 100 रूपये के केले लेकर गया था और तुम्हारी माँ ने आते वक़्त मेरे हाथ में 20 रुपये थमा दिए थे। 

बीवी तपाक से बोली: जी आप वहाँ मुझे लेने गए थे या केले बेचने?

सब गोलमाल है!

एक व्यक्ति बढ़िया सा कपड़ा खरीदा और सूट सिलवाने के लिेए एक दर्जी के पास गया। दर्जी ने कपड़ा लेकर नापा और कुछ सोचते हुए कहा, "कपड़ा कम है। इसका एक सूट नहीं बन सकता।"

वह दूसरे दर्जी के पास चला गया। उसने नाप लेने के बाद कहा, "आप दस दिन बाद सूट ले जाइए।"

वह निश्चित समय पर दर्जी के पास गया। सूट तैयार था। अभी सिलाई के पैसे दे रहा था कि दुकान में दर्जी का पांच साल का लड़का प्रविष्ट हुआ। उस व्यक्ति ने देखा कि लड़के ने बिल्कुल उसी कपड़े का सूट पहन रखा है। थोड़ी सी बहस के बाद दर्जी ने बात स्वीकार कर लिया।

वह व्यक्ति पहले दर्जी के पास गया और फुंकारते हुए कहा, "तुम तो कहते थे कि कपड़ा कम है, पर तुम्हारे साथ वाले दर्जी ने उसी कपड़े से न केवल मेरा, बल्कि अपने लड़के का भी सूट बना लिया।"

दर्ज़ी ने हैरान होकर पूछा, "ऐसा कैसे हो सकता है?"

आदमी: ऐसा ही हुआ है अगर यकीन नहीं तो साथ चल के देख लो।

दर्जी फिर कुछ सोचते हुए बोला, "अच्छा लड़के की उम्र क्या है?"

आदमी: पाँच वर्ष।

दर्जी: तभी तो।

आदमी: क्या तभी तो?

दर्ज़ी: अरे श्रीमान मेरे लड़के की उम्र 18 वर्ष है तो उसका सूट कैसे बनता?

यमराज से मस्ती!

यमलोक के दरवाजे पर दस्तक हुई तो यमराज ने जाकर दरवाजा खोला।

उन्होंने बाहर झांका तो एक मानव को सामने खड़ा पाया। यमराज ने कुछ बोलने के लिए मुंह खोला ही था कि वह एकाएक गायब हो गया। 

यमराज चौंके और फिर दरवाज़ा बंद कर लिया। यमराज अभी वापस मुड़े ही थे कि फिर दस्तक हुई। उन्होंने फिर दरवाजा खोला। उसी मानव को फिर सामने मौजूद पाया, लेकिन वह आया और फिर गायब हो गया। 

ऐसा तीन-चार बार हुआ तो यमराज अपना धैर्य खो बैठे और अबकी बार उसे पकड़ ही लिया और पूछा, "क्या बात है भाई, क्या ये आना-जाना लगा रखा है। मुझसे पंगा ले रहे हो?"

मानव ने बड़ी सहजता पूर्वक जवाब दिया, "अरे नहीं महाराज, दरअसल मैं तो वैंटीलेटर पर हूं और यह डॉक्टर लोग ही हैं जो आपसे मस्ती कर रहे हैं।"

मदद करनी भी पड़ गयी भारी!

एक बार एक किसान का घोडा बीमार हो गया। उसने उसके इलाज के लिए डॉक्टर को बुलाया। डॉक्टर ने घोड़े का अच्छे से मुआयना किया और बोला, "आपके घोड़े को काफी गंभीर बीमारी है। हम तीन दिन तक इसे दवाई देकर देखते हैं, अगर यह ठीक हो गया तो ठीक नहीं तो हमें इसे मारना होगा। क्योंकि यह बीमारी दूसरे जानवरों में भी फ़ैल सकती है।"

यह सब बातें पास में खड़ा एक बकरा भी सुन रहा था।

अगले दिन डॉक्टर आया, उसने घोड़े को दवाई दी चला गया। उसके जाने के बाद बकरा घोड़े के पास गया और बोला, "उठो दोस्त, हिम्मत करो, नहीं तो यह तुम्हें मार देंगे।"

दूसरे दिन डॉक्टर फिर आया और दवाई देकर चला गया।

बकरा फिर घोड़े के पास आया और बोला, "दोस्त तुम्हें उठना ही होगा। हिम्मत करो नहीं तो तुम मारे जाओगे। मैं तुम्हारी मदद करता हूँ। चलो उठो"

तीसरे दिन जब डॉक्टर आया तो किसान से बोला, "मुझे अफ़सोस है कि हमें इसे मारना पड़ेगा क्योंकि कोई भी सुधार नज़र नहीं आ रहा।"

जब वो वहाँ से गए तो बकरा घोड़े के पास फिर आया और बोला, "देखो दोस्त, तुम्हारे लिए अब करो या मरो वाली स्थिति बन गयी है। अगर तुम आज भी नहीं उठे तो कल तुम मर जाओगे। इसलिए हिम्मत करो। हाँ, बहुत अच्छे। थोड़ा सा और, तुम कर सकते हो। शाबाश, अब भाग कर देखो, तेज़ और तेज़।"

इतने में किसान वापस आया तो उसने देखा कि उसका घोडा भाग रहा है। वो ख़ुशी से झूम उठा और सब घर वालों को इकट्ठा कर के चिल्लाने लगा, "चमत्कार हो गया। मेरा घोडा ठीक हो गया। हमें जश्न मनाना चाहिए। आज बकरे का गोश्त खायेंगे।"

शिक्षा: मैनेजमेंट को भी कभी पता नहीं चलता कि कौन सा कर्मचारी कितना योग्य है।

अगर मुन्नी को पाकिस्तान छोड़ने सलमान की बजाए ये लोग जाते तो...

• अगर केजरीवाल जाते तो अपने साथ 12 और लोगों को ले जाते, 8 कैमरामैन और 4 रिपोर्टर और जब फ़ौज उन्हें रोकती तो वो वहीं बॉर्डर पर धरना देने बैठ जाते।

• अगर मोदी जी जाते तो वो मुन्नी को अफगानिस्तान, ईरान व चीन घुमाते हुए पाकिस्तान पहुंचाते और मुन्नी वहाँ पहुँचते ही अपनी माँ से कहती - मितरों ! मैं आ गयी।

• अगर राहुल गाँधी जाते तो मुन्नी कहती - मेरी ऊँगली पकड़ कर चलो, वरना खो जाओगे।

• अगर रोबर्ट वाड्रा जाते तो पाकिस्तान फिर से भारत का हिस्सा बन जाता।

• मुन्नी को पाकिस्तान छोड़ने अगर आलोक नाथ जाते तो मुन्नी का कन्यादान करके ही लौटते।

• अगर कुमार विश्वास जाते तो वो उन्हें वापस छोड़ने के लिए एम्बुलेंस को आना पड़ता।

• अगर अल्ताफ राजा जाते तो बाद में अगले दिन पूरा पाकिस्तान उन्हें वापस भारत छोड़ने आता।

• अगर अर्नब गोस्वामी जाते तो आधे पाकिस्तानी बहरे व आधे पाकिस्तानी पागल हो जाते।

• अगर आशुतोष जाते तो उन्हें भारतीय दूतावास की बजाए वेस्ट-इंडीज दूतावास में ठहराया जाता।

• अगर एन.डी.तिवारी जाते तो वहाँ भी 2-4 घर बसा के आ जाते।

और

• अगर अगर अपने इमरान हाश्मी जाते तो मुन्नी को छोड़ आते और बदले में हीना रब्बानी को ले आते। तो मुन्नी को छोड़ आते और बदले में हीना रब्बानी को ले आते।

पठान की होशियारी!

पठान: हकीम साहब, मेरे दोस्त की तबियत बहुत ख़राब है, उसे नींद नहीं आ रही है। कृपया नींद आने की कोई दवाई दे दीजिये।

हकीम: यह लो पुड़िया और इस में से पच्चीस पैसे के सिक्के पर जितनी आये उतनी रख कर पानी से दे देना।

अगले दिन पठान घबराया हुआ आया।

पठान: हकीम साहब, आपने जो दवाई दी थी उसे खाकर मेरे दोस्त की मौत हो गयी।

हकीम: वो कैसे? यह बताओ तुमने दवाई दी कैसे थी?

पठान: आपने कहा था कि पच्चीस पैसे के सिक्के पर जितनी आये उतनी रखकर खिला देना। मेरे पास पच्चीस पैसे का सिक्का तो नहीं था। इसलिए मैंने पांच पैसे के सिक्के पर रखकर पांच बार दे दी!

मम्मियों के प्रकार

1. आलसी मम्मी - एक बात तुम्हें कितनी बार बतानी पड़ती है?

2. धमकाने वाली मम्मी - आने दो तुम्हारे पापा को तुम्हारी शिकायत करुँगी।

3. इतिहास पसंद मम्मी - जब मैं तुम्हारी उम्र की थी तो सारी जिम्मेदारी संभाल लेती थी। 

4. भविष्य वाचक मम्मी - मुझे पता था ये जरूर टूटेगा।

5. भ्रमित मम्मी - मैं इंसान हूँ या मशीन?

6. स्वार्थी मम्मी - परांठा तुम्हारे लिए दिया था या तुम्हारे दोस्तों के लिए?

7. शक्की मम्मी - 10 में से 10, जरूर तुमने नक़ल की होगी? 

8. सबकी मम्मी - इस मोबाइल को आग लगा दूँगी।

जैसे प्रभु की इच्छा!

घने जंगल से गुजरती हुई सड़क के किनारे एक ज्ञानी गुरु अपने चेले के साथ एक बोर्ड लगाकर बैठे हुए थे, जिस पर लिखा था,

"ठहरिये... आपका अंत निकट है। इससे पहले कि बहुत देर हो जाये, रुकिए! हम आपका जीवन बचा सकते हैं।"

एक कार फर्राटा भरते हुए वहाँ से गुजरी। चेले ने ड्राईवर को बोर्ड पढ़ने के लिए इशारा किया। ड्राईवर ने बोर्ड की तरफ देखा और भद्दी सी गाली दी और चेले से यह कहता हुआ निकल गया, "तुम लोग इस बियाबान जंगल में भी धंधा कर रहे हो, शर्म आनी चाहिए।"

चेले ने असहाय नज़रों से गुरूजी की ओर देखा।

गुरूजी बोले, "जैसे प्रभु की इच्छा।" 

कुछ ही पल बाद कार के ब्रेकों के चीखने की आवाज आई और एक जोरदार धमाका हुआ। 

कुछ देर बाद एक मिनी-ट्रक निकला। उसका ड्राईवर भी चेले को दुत्कारते हुए बिना रुके आगे चला गया। 

कुछ ही पल बाद फिर ब्रेकों के चीखने की आवाज़ और फिर धड़ाम। 

गुरूजी फिर बोले, "जैसी प्रभु की इच्छा।" 

अब चेले से रहा नहीं गया और वह बोला, "गुरूजी, प्रभु की इच्छा तो ठीक है पर कैसा रहे यदि हम इस बोर्ड पर सीधे-सीधे लिख दें कि 'आगे पुलिया टूटी हुई है'।"

कहानी से सबक!

स्कूल में टीचर ने चौथी क्लास के बच्चों को होमवर्क दिया।
"कोई स्टोरी सोच के आना और फिर क्लास को बताना कि उससे हमें क्या सबक मिलता है?"

अगले दिन एक बच्चे ने क्लास में स्टोरी सुनाई:
"मेरा बापू कारगिल की जंग में लड़ा। उस के हेलीकॉप्टर को दुश्मनों ने मार गिराया। वो दारू की एक बोतल के साथ पहले ही हेलिकॉप्टर से कूद गया लेकिन बार्डर के पार दुश्मनों के इलाके में जा गिरा। जहां कि उस को घेरने के लिए दुश्मनों की फौज दौड पड़ी।

बापू ने गटागट दारू की बोतल पीकर खाली की और अपनी बंदूक संभाल ली। दुश्मन के सौ फौजियों ने आ कर उसे घेर लिया तो उसने तड़ातड़ गोलियां चला कर दुश्मन के सत्तर फौजी मार ड़ाले। फिर उसकी गोलियां खत्म हो गयीं तो उसने बंदूक पर लगी किर्च से दुश्मन के बीस फौजी मार गिराये। तब उसने बंदूक फेंक दी और निहत्थे ही बाकी के दस और दुश्मन फौजी मार गिराये और फिर टहलता हुआ बार्डर पार कर के अपने इलाके में आ गया।" 

टीचर भौंचक्का सा उसका मुँह देखने लगा, फिर वैसा ही भौंचक्का सा बोला, "कहानी बढिया है, लेकिन इस से हमें सबक तो कोई नहीं मिलता।"

"मिलता है न।" बच्चा शान से बोला।

"क्या सबक मिलता है?" टीचर ने पूछा।

"यही कि बापू टुन्न हो तो उस से पंगा नहीं लेने का।"

सेर पर सवा सेर!

एक बार संता और बंता दोनों एक दुकान पर गए। वहाँ सब लोगों को अपने काम में व्यस्त देख कर बंता ने 3 चॉकलेट चुरा लिए।

जब दोनों बाहर आये तो बंता अपनी ढींगे हांकने लगा कि वो बहुत चालाक है। उसने 3 चॉक्लेट चुराए और किसी को पता भी नहीं लगने दिया। तुम ऐसा नहीं कर सकते।

यह सुनकर संता को भी गुस्सा आ गया और बोला, "चलो मैं तुम्हें इससे भी बढ़िया चीज़ दिखाता हूँ।"

वो दोनों वापिस अंदर चले गए। अंदर जाकर संता ने दुकानदार से कहा, "क्या तुम जादू देखना चाहते हो?"

दुकानदार ने कहा, "हाँ, ठीक है।"

संता: तो फिर मुझे एक चॉकलेट दो।

दुकानदार ने संता को चॉकलेट दी और संता ने वो चॉकलेट खा ली और दूसरी चॉकलेट मांगी। दुकानदार ने दूसरी चॉकलेट भी दे दी तो संता ने उसे भी खा लिया। अब संता ने दुकानदार से तीसरी चॉकलेट मांगी और वो भी खा ली।

दुकानदार ने पूछा, "इसमें जादू कहाँ है?"

संता: मेरे दोस्त की जेब देखो तो तुम्हें तुम्हारी तीनों चॉकलेट वापिस मिल जाएँगी!

आखिर कब तक?

दुबई जाने वाली फ्लाइट में तीन सीटों की पंक्ति में दो पाकिस्तानी और एक भारतीय बैठे थे। भारतीय कोने वाली सीट पर था और अपने जूते उतार कर आराम से सीट पर ही चौकड़ी मार कर बैठ गया। 

तभी पहला पाकिस्तानी बोला, "भाई मुझे तो बहुत प्यास लगी है, मैं कोक पियूंगा।` 

भारतीय कोने में बैठा था तो बोला, "भाई साहब, आप बैठो, मैं लेकर आता हूँ।" और वो एयर होस्टेस से कोक लेने नंगे पावँ ही चला गया। 

दोनों पाकिस्तानी मुस्कुराए और एक ने भारतीय के जूते में थूक दिया। 

भारतीय थोड़ी ही देर में कोक लेकर आया और फिर चौकड़ी मार कर बैठ गया। अब थोड़ी देर के बाद दूसरा पाकिस्तानी भी बोला, "मुझे भी प्यास लगी है, मैं भी कोक पियूँगा।" 

भारतीय फिर उठा और थोड़ी देर के बाद कोक लेकर आ गया। इस बीच दूसरे पाकिस्तानी ने भी उसके जूते में थूक दिया। 

दुबई पहुँचने पर भारतीय ने अपने जूते जैसे ही पहने, उसको सारी बात समझ में आ गयी। यह देख दोनों पाकिस्तानी भारतीय की हसीं उड़ाने के अंदाज़ में मुस्कुराने लगे। भारतीय बहुत ही आहत स्वर में बोला, "आखिर कब तक यह दुश्मनी चलेगी? आखिर कब तक हम भुगतते रहेंगे? आखिर कब तक यह मंजर चलेगा? आखिर कब तक... तुम जूतों में थूकते रहोगे और हम कोक में मूतते रहेंगे?"

प्यार क्या होता है?

एक लड़की ने शर्माते हुए अपने पूछा, "ये प्यार क्या होता है?"

लड़के ने सोचा कि लड़की पर अपना इम्प्रैशन ज़माने का यही मौका है तो उसने जवाब दिया, "प्यार का रिश्ता दो इंसानों में वही होता है जो सीमेंट और रेत के बीच पानी का होता है। 

जैसे कि...

लड़का = सीमेंट है, लड़की = रेत और प्यार = पानी, अब अगर सीमेंट और रेत को आपस में मिला दिया जाए तो वो स्ट्रांग नहीं होंगे लेकिन अगर इसमें पानी भी मिला दिया जाए तो कोई इनको जुदा नहीं कर सकता।" 

लड़के का यह जवाब सुन लड़की हँसते हुए बोली, "कमीने तू शक्ल से ही मजदूर लगता है।"

Tuesday, March 29, 2016

बीवी से झगडे करने के फायदे...

1. नींद में कोई व्यवधान नहीं आता : सुन रहे हो क्या, लाइट बंद करो, पंखा बंद करो, चादर इधर दो, इधर मुह करो, टाइप कुछ भी बाते नहीं होती।

2. पैसे की बचत : जब बीवी से झगड़ा हुआ रहता है इस दौरान बीवी पैसे नहीं मांगती।

3. तनाव से मुक्ति : झगड़े के दैरान बातचीत बंद होती है जिससे किचकिच कम होती है और पति तनाव से मुक्त रहता है।

4. आत्मनिर्भरता आती है : जो अपना काम आप कर सकते हैं वो इसलिए नहीं करते कि बीवी कर देती है, झगड़े के बाद वो छोटे मोटे काम (खुद ले कर पानी पीना, नहाने के बाद अपने कपडे खुद निकालना, अपने लिए खुद चाय बनाना) खुद कर के आदमी आत्मनिर्भर हो जाता है।

5. काम में व्यवधान नहीं होता : झगडे के दौरान काम के समय आपको बीवी के फ़ालतू कॉल (जानू क्या कर रहे हो, मन नहीं लग रहा है, आज बहुत गर्मी है, इस प्रकार के) नहीं आते, जिससे आप अपने काम में ध्यान केंद्रित कर सकते है।

6. घर जल्दी जाने की चिंता से मुक्ति : ( अधिकांश पतियो को काम के बाद जल्दी घर आने के लिए घर से बारम्बार फ़ोन आते है मगर एक बार झगड़ा हो जाने के बाद आप कुछ दिन तक इस चिंता से दूर रह सकते है।

7. आप का मूल्य बढ़ता है : ये इंसान का मनोविज्ञान है कि जो चीज नहीं होती उसके मूल्य का अहसास तभी होता है, झगडे के दौरान बीवी को आपकी मूल्य का अहसास होता है।

8. प्यार बढ़ता है : आपस में झगडे से प्यार बढ़ता है, क्योकि अक्सर देखा गया है एक बार बारिश हो जाए तो मौसम सुहाना हो जाता है।

और भी फायदे हैं मगर समयाभाव के कारण लिखना मुश्किल है।

तो प्रण लें कि आज के बाद सभी पति महीने में एक न एक बार अपनी बीवी से झगड़ा जरूर करेंगे (बीवी तो हमेशा तैयार रहती है) ताकि महीने में कुछ दिन पति लोग भी कुछ शांति से गुजार सकें।

पति हित में जारी!

जन्मदिन का तोहफ़ा!

क्यों बीवी के जन्मदिन का तोहफ़ा हर साल का सबसे बड़ा सवाल होता है?
आईये जानते हैं:

तोहफे में घड़ी दी।
बीवी: समय देखने से क्या मिलेगा... मेरा समय तो तभी से खराब हो गया जब मैंने तुमसे शादी की थी।

तोहफे में गहने दिए।
बीवी: फालतू पैसों की बर्बादी करी... पुरानी डिजाइन के है। वैसे भी मैं कौन सा कुछ पहन पाती हूँ, आखिरी बार तो तुम्हारी बहन की शादी में 2 महीने पहले पहने थे।

तोहफे में मोबाइल दिया।
बीवी: मेरे पास तो पहले से है, और वैसे भी तुम्हारे वाला ज्यादा अच्छा है।
मैं: ठीक है, तो मैं बदल कर मेरे जैसा ला देता हूँ।
बीवी: रहने दो, महंगा होगा। वैसे भी मुझे उसके फंक्शन्स समझ नहीं आते।

तोहफे में परफ्यूम दिया।
बीवी: ये नहीं नहाने वालों के चोचले हैं... और ये मुझे देकर साबित क्या करना चाहते हो?

तोहफे में रेशमी साड़ी दी।
बीवी: ये कौन पहनता है आजकल? कभी कभार किसी त्योहार या शादी ब्याह में पहनेंगे फिर रखी रहेगी।

तोहफे में सूट दिया।
बीवी: फिर पैसों की बर्बादी... इतने सारे सूट पड़े पड़े सड़ रहे हैं। इसको भी रखने का सर दर्द ले आए।

तोहफे में फूलों का गुलदस्ता दिया।
बीवी: ये फूल पत्ती में क्यों पैसे बहा आए? इससे अच्छे फूल तो बाहर गमले में लगे है।
मैं बाहर गमले से फूल ले आया।
बीवी: ये क्यों तोड़ दिया? दिखने में कितने अच्छे लगते थे और वैसे भी मैंने इसे कल सुबह की पूजा के लिए छोड़ा था।

तोहफे में कुछ नहीं दिया।
बीवी: आज क्या दिन है?
मैं: सोमवार
बीवी: ऊहुँ... तारीख?
मैं: 17 अगस्त।
बीवी: तो?
मैं: तो, हैप्पी बर्थडे।
बीवी: बस, मेरा तोहफ़ा कहाँ है?

Monday, March 28, 2016

गहराई की सच्चाई!

एक बार संता और बंता एक कोयले की खदान में नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाते हैं तो मैनेजर पहले बंता को बुलाता है और उसका इंटरव्यू लेता है।

मैनेजर: क्या तुमने इस से पहले भी कभी खदान में काम किया है?

बंता: जी हाँ।

मैनेजर: अच्छा तो मुझे यह बताओ की उसकी गहराई कितनी थी?

बंता: जी 20 फुट।

बंता की बात सुन मैनेजर को गुस्सा आ जाता है तो वह उस से कहता है, "क्या बकवास कर रहे हो 20 फुट गहरी भी कोई खदान होती है, तुम झूठ बोल रहे हो इसीलिए मेरे कमरे से बहार निकल जाओ।"

मैनेजर की बात सुन बंता बहार आ जाता है और संता को अन्दर हुई सारी बात बताता है और कहता है, "अगर मैनेजर अन्दर तुमसे खदान की गहराई के बारे में पूछे तो ज्यादा से ज्यादा बताना।"

उसके बाद संता की बारी आती है तो मैनेजर फिर उस से वही सवाल पूछता है।

मैनेजर: क्या तुमने इस से पहले कभी खदान में काम किया है?

संता: जी हाँ।

मैनेजर: अच्छा तो उस खदान की गहराई कितनी थी?

संता: जी 20,000 हज़ार फुट।

मैनेजर: बहुत बढ़िया तो एक बात और बताओ कि इतनी गहराई में काम करते वक्त तुम किस तरह की लाईटों का प्रयोग करते थे?

संता: जी मुझे कभी लाईटों की ज़रूरत नहीं पड़ी क्योंकि मेरी दिन की शिफ्ट होती थी।

पति - पत्नी और कुत्ता!

एक नया नया शादीशुदा जोड़ा एक बाग में टहल रहा था।

अचानक एक बड़ा सा कुत्ता उनकी तरफ झपटा, दोनों को ही लगा कि ये उन्हें काट लेगा।

बचने का कोई रास्ता न देख पति ने तुरंत अपनी पत्नी को गोद में ऊपर तक उठा लिया ताकि कुत्ता काटे तो उसे काटे न कि उसकी पत्नी को।

कुत्ता बिलकुल नज़दीक आकर रुका, कुछ देर तो भौंका और फिर पीछे की तरफ भाग गया।

पति ने चैन की सांस ली और इस उम्मीद में पत्नी को गोद से उतारा कि पत्नी उसे गले लगाएगी और प्यारा सा छोटा सा किस करेगी।

तभी उसकी तमाम उम्मीदों पर पानी फेरती उसकी बीवी चिल्लाई,
"मैंने आज तक लोगों को कुत्ते को भगाने के लिए पत्थर या डंडा फेंकते तो देखा था पर ऐसा आदमी पहली बार देख रही हूँ जो कुत्ते को भगाने के लिए अपनी बीवी को फ़ेंकने को तैयार था।"

शिक्षा: बीवियों से कभी तारीफ की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।

सपने का मतलब!

रात में एक चोर घर में घुसा। कमरे का दरवाजा खोला तो बरामदे पर एक बूढ़ी औरत सो रही थी। खटपट से उसकी आंख खुल गई। चोर ने घबरा कर देखा तो वह लेटे लेटे बोली, ''बेटा, तुम देखने से किसी अच्छे घर के लगते हो, लगता है किसी परेशानी से मजबूर होकर इस रास्ते पर लग गए हो। चलो कोई बात नहीं। अलमारी के तीसरे बक्से में एक तिजोरी है। इस का सारा माल तुम चुपचाप ले जाना। मगर पहले मेरे पास आकर बैठो, मैंने अभी-अभी एक ख्वाब देखा है। वह सुनकर जरा मुझे इसका मतलब तो बता दो।"

चोर उस बूढ़ी औरत की रहमदिली से बड़ा अभिभूत हुआ और चुपचाप उसके पास जाकर बैठ गया।

बुढ़िया ने अपना सपना सुनाना शुरु किया, ''बेटा, मैंने देखा कि मैं एक रेगिस्तान में खो गइ हूँ। ऐसे में एक चील मेरे पास आई और उसने 3 बार जोर जोर से बोला अभिलाष! अभिलाष! अभिलाष! बस फिर ख्वाब खत्म हो गया और मेरी आँख खुल गई। जरा बताओ तो इसका क्या मतलब हुआ?''

चोर सोच में पड़ गया। इतने में बराबर वाले कमरे से बुढ़िया का नौजवान बेटा अभिलाष अपना नाम ज़ोर ज़ोर से सुनकर उठ गया और अंदर आकर चोर की जमकर धुनाई कर दी।

बुढ़िया बोली, ''बस करो अब यह अपने किए की सजा भुगत चुका है।"

चोर बोला, "नहीं-नहीं, मुझे और मारो सालों, ताकि मुझे आगे याद रहे कि मैं चोर हूँ, सपनों का मतलब बताने वाला नहीं।"

परीक्षा के दौरान!

अध्यापिका पप्पू से: तुम इतने परेशान क्यों हो?

पप्पू ने कोई जवाब नहीं दिया।

अध्यापिका: क्या हुआ, क्या तुम अपना पेन भूल आये हो?

पप्पू फिर चुप।

अध्यापिका ने फिर से सवाल किया: रोल नंबर भूल गए हो?

पप्पू इस बार भी चुप।

अध्यापिका फिर से: हुआ क्या है, कुछ तो बताओ क्या भूल गए?

पप्पू गुस्से से: ओये! चुप कर मेरी माँ, यहाँ मैं पर्ची गलत ले आया हूँ और तुझे पेन-पेंसिल और रोल नंबर की पड़ी हुई है।

तीन इच्छाएं!

एक महिला का पति बहुत शराबी था वह उसे बहुत प्रताड़ित करता था और उसके किसी दूसरी औरत के साथ अवैध सम्बन्ध भी थे वह महिला उससे काफी दु:खी थी!

आखिर एक दिन उस महिला ने अपने पति से तलाक ले लिया उसे अपने पति से बहुत नफरत हो गई वह अपने पति से अलग रहने लगी! 

एक दिन रास्ते में उसे एक पुराना सा दीपक मिला महिला ने उसे उठाकर रगड़ा तो उसमें से एक जिन्न प्रकट हुआ जिन्न ने महिला से कहा कि वह कोई भी तीन वरदान मांग सकती है परन्तु जो वह मांगेगी उसका दुगुना उसके पति को मिलेगा!

महिला ने पहला वरदान मांगा मैं अमीर हो जाऊं!

वह अमीर हो गई साथ ही उसका पति उससे दुगुना अमीर हो गया!

महिला ने दूसरा वरदान मांगा मुझे खूबसूरत बना दो!

वह खूबसूरत हो गई लेकिन उसका पति उससे दुगुना खूबसूरत हो गया!

जिन्न जानता था कि यह महिला अपने पति से नफरत करती है, इसलिये तीसरा वरदान मांगने से पहले उसने उसे टोका देखो, अब यह तुम्हारी तीसरी और आखिरी इच्छा है जिसे मैं पूरी करूंगा इसलिये सोच समझकर मांगना!

महिला ने गंभीरतापूर्वक सोचा और अंत में इस निर्णय पर पहुंची .....मैं चाहती हूं कि तुम मुझे अधमरी कर दो!

बढ़ती प्याज की कीमतों के हिसाब फिल्मों के डायलॉग्स!

बढ़ती प्याज की कीमतों के हिसाब से जल्दी ही फिल्मों के डायलॉग्स इस प्रकार के होंगे।

मेरे करण अर्जुन आयेंगे... और दो किलो प्याज़ लायेंगे।

ये ढाई किलो के प्याज़ जब आदमी लेता है ना तो आदमी उठता नहीं उठ जाता है।

मेरे पास बंगला है गाड़ी है बैंक बैलेंस है पैसा है, तुम्हारे पास क्या है?
मेरे पास प्याज़ है।

जिनके घर प्याज़ के सलाद होते हैं वो बत्ती बुझा कर खाना खाते हैं।

चिनॉय सेठ, प्याज़ बच्चों के खेलने की चीज़ नहीं होती कट जाए तो खून निकल आता है।

मैं आज भी फेंके हुए पैसे नहीं उठाता प्याज़ हो तो अलग बात है।

सारा शहर मुझे प्याज़ के नाम से जानता है।

प्याज़ को खरीदना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है।

आपके प्याज देखे, बहुत हसीन हैं, इन्हें ज़मीन पे मत उतारियेगा मैले हो जायेंगे।

चल धन्नो, आज दस किलो प्याज़ का सवाल है।

पप्पू की मुसीबत!

गर्लफ्रेंड: आई लव यू बेबी।
पप्पू धीरे से बोला, `मैं भी तुमसे प्यार करता हूँ।`

गर्लफ्रेंड: ऐसा क्यों?
पप्पू: बस थोड़ा सा मूड़ ख़राब था।

गर्लफ्रेंड: दोस्तों के साथ तो बड़े खुश रहते हो, मेरे साथ ही ड्रामे।
पप्पू (प्यार से): ऐसा कुछ नहीं जानू, तबियत थोड़ी नहीं ठीक है।

गर्लफ्रेंड: हाँ, दोस्त अभी फोन कर देगा तो 2 सेकंड में तबियत ठीक हो जायेगी।
पप्पू: दोस्त कहाँ से आये, मेरा मूड़ थोड़ा परेशान है बस।

गर्लफ्रेंड: मेरे साथ ही ये सब होता है, दोस्तों के साथ मज़े करते हो, या कोई और लड़की पसंद आ गई?
पप्पू और ज्यादा प्यार से, `अरे, कहाँ से कहाँ बात ले जा रही हो?`

गर्लफ्रेंड: आज सब साफ़-साफ़ होगा।
पप्पू: क्या साफ़ करना है जानू, ऐसा क्या हो गया है?

गर्लफ्रेंड (खुद कंफ्यूज): जब तुम खुद साफ़ नहीं, तुम्हें कुछ पता नहीं तो मैं क्या बोलूं।
पप्पू समझदार बनने की नक़ल करते हुए, `तुम्हे क्या हुआ है, किस बात पर परेशान हो, बताओ?`

गर्लफ्रेंड: तुम्हारी संगत खराब है।
पप्पू: मेरे साथ तो तुम हो।

गर्लफ्रेंड: अब बहुत हो गया, अब और नहीं।
पप्पू (चिल्लाते हुए): हुआ क्या है, ये तो बताओ?

गर्लफ्रेंड: हम अब साथ नहीं रह सकते।
पप्पू: ये बात कहाँ से आई?

गर्लफ्रेंड: मैं इसे तोड़ना चाहती हूँ।
पप्पू (चिढ़कर): हमसे, ठीक है।

गर्लफ्रेंड (गुस्सा होते हुए): हाँ, यही चाहते हो तुम तो, फिर तुम जो मर्ज़ी कर सको।
पप्पू: अरे खुद ही बोला अभी, मैंने क्या गलत कहा?

गर्लफ्रेंड: इतनी तकलीफ़ थी तो बोला, क्यों नहीं, मैं खुद बिना बोले चली जाती तुम्हारी जिन्दगी से।
पप्पू अपने बाल पकड़कर, `मुझे मेरी गलती तो बता दो?`

गर्लफ्रेंड: वक़्त आने पर पता चलेगी तुम्हें अपने आप, जब मैं चली जाऊँगी (कभी नहीं जायेगी)।
पप्पू: अच्छा, तो मैं इंतज़ार करता हूँ, सही वक़्त का।

गर्लफ्रेंड: तुम सिरियस कब हो गए?
पप्पू: अब क्या हॉस्पिटल में भर्ती हो जाऊं सिरियस होने के लिए।

गर्लफ्रेंड: भाड़ में जाओ।
पप्पू: दोबारा मुझे फोन मत करना।

3 घंटे बाद
गर्लफ्रेंड: तुम्हें पता है न, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती जानू, सॉरी आई लव यू मेरे बेबी।
पप्पू (सब भूलकर): अच्छा फिर, मैं भी तुमसे प्यार करता हूँ।

गर्लफ्रेंड: इतनी उदास आवाज में क्यों?

लालू से चीटिंग!

एक बार इंद्रदेव ने पृथ्वीलोक के तीन नेताओ को सही उत्तर बताने पर स्वर्ग जाने का न्योता भेजा। जिसमें तीन नेता चुने गए।
1. सोनिया गाँधी
2. नरेन्द्र मोदी
3. लालू प्रसाद यादव

इंद्रदेव का पहला सवाल - सोनिया से- RAT की स्पेलिंग बताओ।
सोनिया: R. A. T

मोदी से- CAT की स्पेलिंग।
मोदी: C. A. T

लालू जी से - चकोस्लोवाकिया की स्पेलिंग।
लालू: धत बुर्बक इ सबसे चुहा, बिल्ली। आ हमरा से चकोस्लोवाकिया। ई सब नए होगा फेर से पुछिये।

तब इंद्र देव बोले ठीक है अगला सवाल।
सोनिया से- यह एक लडका है का अंग्रेजी बताओ।
सोनिया: This is a boy.

मोदी से- वह एक लडकी है का अंग्रेजी बनाओ।
मोदी: That is a girl.

लालू से- हरा पेड़ चर्रर्रर्र से गिर गया का अंग्रेजी बनाओ।
लालू: ई का उ सबसे लड़का लड़की आ हमरा से चर्रर्र पर्रर्र। फेर से फेर से नै नै फेर से, फेर से होगा।

तब इंद्रदेव बोले लालू जी आप तो बच्चो की तरह जिद कर रहे हैं। ये आखिरी मौका दे रहा हूँ बस।
सोनिया से- जलियावाला बाग हत्याकांड कब हुआ था?
सोनिया: 1919 ई.मे।

ठीक है स्वर्ग मे जाओ।

मोदी से- उस हत्याकांड मे कितने लोग मरे थे?
मोदी: यही कोई दस हजार लोग।

ठीक है स्वर्ग मे जाओ।

लालू से- उन दस हजार के नाम बताओ।

लालू - अरे साफ़ साफ़ बोलिए न जी की हमको नरक भेजने का प्रोगराम फिट करके बैठल है। बोलिए नरक किधर है?

प्याज़ के रुलाने का कारण!

जब भगवान सारी सब्जियों को उनके गुण और सुगंध बांट रहे थे तब प्याज चुपचाप उदास होकर पीछे खड़ी हो गई। सब चले गए प्याज नहीं गई। वहीँ खड़ी रही। तब विष्णुजी ने पूछा, "क्या हुआ तुम क्यों नही जाती?"

तब प्याज रोते हुए बोली, "आपने सबको सुगंध और सुंदरता जैसे गुण दिए पर मुझे बदबू दी। जो मुझे खाएगा उसका मुँह बदबू देगा। मेरे साथ ही यह व्यवहार क्यों?"

तब भगवान को प्याज पर दया आ गई। उन्होने कहा, "मैं तुम्हे अपने शुभ चिन्ह देता हूँ। यदि तुम्हें खड़ा काटा जायेगा तो तुम्हारा रूप शंखाकार होगा और यदि आड़ा काटा गया तो चक्र का रूप होगा। यही नहीं सारी सब्जियों को तुम्हारा साथ लेना होगा, तभी वे स्वादिष्ट लगेंगी और अंत में तुम्हे काटने पर लोगों के वैसे ही आंसू निकलेंगे जैसे आज तुम्हारे निकले हैं। जब जब धरती पर मंहगाई बढ़ेगी तुम सबको रुलाओगी।

दोस्तों इसीलिए प्याज आज इतना रुला रही है उसे वरदान जो प्राप्त है।

परम ज्ञानी गुरु बाबा बकवास नंद के प्रवचनों से साभार!

आदमी और औरत की खोजें और अविष्कार!

आदमी ने रंग की खोज की, और चित्रकला का अविष्कार किया महिला ने रंग की खोज की, और मेक-अप का अविष्कार किया।

आदमी ने शब्द की खोज की, और भाषा का अविष्कार किया औरत ने भाषा का खोज की, और गप्पों का अविष्कार किया।

आदमी ने जुए की खोज की, और कार्डस का अविष्कार किया औरतों ने कार्डस की खोज की, और टोने, टोटके और चुगलियों का अविष्कार किया।

आदमी ने खेती बाड़ी की खोज की, और भोजन का अविष्कार किया औरतों ने भोजन की खोज की, और डायटिंग का अविष्कार किया।

आदमी ने दोस्ती की खोज की, और प्यार का अविष्कार किया औरत ने प्यार की खोज की, और विवाह का अविष्कार किया। 

आदमी ने व्यापार की खोज की, और पैसों का अविष्कार किया औरत ने पैसों की खोज की, और खरीददारी का अविष्कार किया।

वैसे तो आदमी ने बहुत सारी चीजों की खोज कर ली. .. जबकि औरत अभी भी खरीददारी में ही फंसी हुई है।

मोबाइल और लड़की!

मोबाईल बना हैँ हर लड़की की शान,
मिस कॉल करके लड़कों को करती हैँ परेशान;

SMS मेँ लिखती Miss You मेरी जान,
तुम्हारी आवाज़ सुनने को तरसे मेरे कान;

4-5 Boyfriend बना कर कहती हैँ एक,
तुम्हीं तो हो मेरी जान;

अपने राज सहेलियोँ को बताकर करती हैँ हैरान,
कहती हैँ लड़को को उल्लू बनाना है आसान;

होश मेँ आओ मेरे भाई लो इनको पहचान,
मत पड़ो इनके चक्कर मेँ लड़कियाँ होती हैं शैतान;

लड़को के जनहित मेँ जारी, लड़कियाँ हैँ बड़ी अत्याचारी!

मेड इन इंडिया!

एक जापानी पर्यटक भारत की सैर पर आया हुआ था। आखिरी दिन उसने एयरपोर्ट जाने के लिए एक टैक्सी ली और ड्राइवर को चलने के लिए कहा।

यात्रा के दौरान एक 'होण्डा' बगल से गुज़री। जापानी ने उत्तेजित होकर खिड़की से सिर निकाला और चिल्लाया‚ `होण्डा‚ वेरी फास्ट! मेड इन जापान!`

कुछ देर बाद एक 'टोयोटा' तेज़ी से टैक्सी के पास से गुज़री‚ और फिर जापानी बाहर झुका और चिल्लाया‚ `टोयोटा‚ वेरी फास्ट! मेड इन जापान!`

और फिर एक 'मित्सुबिशी' टैक्सी की बगल से गुज़री। तीसरी बार जापानी खिड़की की ओर झुकते हुए चिल्लाया‚ `मित्सुबिशी‚ वेरी फास्ट! मेड इन जापान!`

ड्राइवर थोड़ा ग़ुस्से में आ गया मगर चुप रहा और कई सारी कारें गुज़रती रहीं।

आखिरकार टैक्सी एयरपोर्ट तक पहुँच गयी। किराया 800 रु. बना। जापानी चीखा‚ `क्या? इतना ज़्यादा!`

तो ड्राइवर चिल्लाया, `मीटर‚ वेरी फास्ट! मेड इन इंडिया।`

मेरे साथ चलो!

एक दोपहर में एक धनी वकील अपनी बड़ी गाड़ी में कहीं जा रहा था, रास्ते में उसने देखा कि सड़क के किनारे दो आदमी घास खा रहे है, उसने अपने ड्राईवर से गाड़ी रोकने को कहा और वह गाड़ी से बाहर निकला और उन दोनों से पूछताछ करने लगा, अरे भई.. तुम लोग घास क्यों खा रहे हो?

उन दोनों ने कहा साहब क्या करें हमारे पास खाना खाने के लिए पैसे नहीं है!

ओह.. हो.. चलो मेरे साथ आओ!

पर साहब मेरी पत्नी और दो बच्चे भी है!

उन्हें भी साथ लेकर आओ, और तुम भी मेरे साथ आओ उसने दूसरे आदमी से कहा!

पर साहब मेरे तो छह बच्चे है और बीवी भी है दूसरे आदमी ने कहा, उन्हें भी साथ लेकर आओ, वे सब बड़ी मुश्किल से गाड़ी पर चढ़े और आपस में सट कर बैठ गए!

जो आदमी सबसे अंत में चढ़ा वो कहने लगा, साहब आप बहुत दयालु है जो आप हम जैसे गरीबों को साथ में लेकर जा रहे हैं!

वकील कहने लगा अरे कोई बात नहीं मेरे घर के आसपास में लगभग 2 फुट लम्बी घास है!

दुकान खुलने का वक़्त!

एक बार एक शराबी रात के 12 बजे शराब की दुकान के मालिक को फ़ोन करता है और कहता है;

शराबी: तेरी दुकान कब खुलेगी?

दुकानदार: सुबह 9 बजे!

शराबी फिर थोड़ी देर बाद दोबारा दुकानदार को फ़ोन करके पूछता है;

शराबी: तेरी दुकान कब खुलेगी?

दुकानदार: कहा ना सुबह 9 बजे!

कुछ देर बाद शराबी फिर से दुकानदार को फ़ोन कर देता है और पूछता है;

शराबी: भाईसाहब आपकी दुकान कब खुलेगी?

दुकानदार: अबे तुझे कितनी बार बताऊँ सुबह 9 बजे खुलेगी इसीलिए सुबह 9 बजे आना और जो भी चाहिए हो ले जाना!

शराबी: अबे, मैं तेरी दुकान के अन्दर से ही बोल रहा हूँ!

मुहावरे और उनके शराबिक अर्थ!

हाथ पाँव फूलना - समय पर दारू का ना मिलना

ऊंट के मुंह मे जीरा - दारू कम पड़ जाना

कलेजा ठंडा होना - एक पैग गले के नीचे उतरना

मुँह मीठा करना - पहली बार किसी को दारू पिलाना

हाथ साफ करना - दूसरे का पैग भी चुपचाप पीना

नेकी कर दरिया में डाल - फ्री में दोस्तो को पिलाना

आँख फडकना - नशा उतरते जाना

आँख लाल करना - फुल नशा हो जाना

अंधे की लकडी़ - कोई पिलाने वाला मिल जाना

अंगारों पर पैर रखना - दारू पीकर घर जाना

आकाश के तारे तोड़ना - ठेके की लाईन में पहले स्थान पर होना

तिल का ताड़ बनाना - दारू पीकर उपदेश देना

ठन ठन गोपाल - पीने के लिए पैसा न होना

दम मे दम आना - पीने के साथ चखना जुगाड़ हो जाना

छाती पर साँप लोटना - बिना जानकारी ठेका बंद हो जाना

काम तमाम करना - पूरी बोतल खतम करना

बड़ा अंतर!

लड़की का फेसबुक पे स्टेटस - वो बेवफा निकला।

कमेंट्स लड़कों के:

1. डिअर, वो आपके लायक था ही नहीं।
2. तुम कहाँ वो साला बन्दर कहाँ।
3. हमने तो पहले ही कहा, सब मेरे जैसे नहीं होते।
4. कभी हमें अजमा के देखो, पता चलेगा भरोसा क्या है।
5. जो भी हुआ अच्छा ही हुआ, चिंता मत करो जानू।
लड़के का फेसबुक पे स्टेटस - वो बेवफा निकली।

कमेंट्स नजदीकी दोस्तों के:

1. साले, तेरी शकल ही गधे जैसी है।
2. तेरे से बस आज तक कोई पटी है?
3. तुझ जैसो से भी लड़की पटेगी।
4. उससे तेरी नामर्दी का पता चल गया होगा।
5. तेरे से कुछ नहीं होगा बच्चे, चल अब उसका नम्बर मुझे दे।

बीवियों के प्रकार!

1. आलसी बीवी:
खुद जाकर चाय बना लो और एक कप मुझे भी दे देना।

2. धमकाने वाली बीवी:
कान खोलकर सुन लो, या तो इस घर में तुम्हारी माँ रहेगी या मैं।

3. इतिहास-पसंद बीवी:
सब जानती हूँ तुम्हारा खानदान कैसा है।

4. भविष्य-वाचक बीवी:
अगले सात जन्मों तक मेरे जैसी बीवी नहीं मिलेगी।

5. भ्रमित बीवी:
तुम आदमी हो या पजामा?

6. स्वार्थी बीवी:
ये साड़ी मेरी माँ ने मुझे पहनने को दी है तुम्हारी बहनों के लिए नहीं।

7. शक्की बीवी:
मेरी कौन सी सौतन से फ़ोन पर बात कर रहे थे?

8. अर्थशास्त्री बीवी:
कौन सा कुबेर का खजाना कमा लाते हो जो रोज़ पनीर खिलाऊँ?

9. धार्मिक बीवी:
शुक्र करो भगवान का जो मेरे जैसी बीवी मिली।

10. आम बीवी:
मेरे नसीब में तुम ही लिखे थे?

दरियादिली!

कल शाम मैं ऑफिस से घर जा रहा था। रास्ते में मोड़ पर एक वृद्ध भिखारी ने आवाज़ दी, "सवेरे से भूखा हूँ बेटा, कुछ दया करो।"

मेरा दिल भर आया और मैंने अपने नाश्ते के लिए रखा चिप्स का पैकेट बैग से निकालकर उस वृद्ध भिखारी को दे दिया और आगे बढ़ने लगा।

तभी भिखारी ने मुझे आवाज दी। वैसे तो मुझे जल्दी थी पर उसके आवाज देने पर मैं रुक गया और पलटकर उसके पास आया।

वृद्ध भिखारी ने मुझे स्नेह से देखा और अंदर की चोर पाकेट से 140/-रुपये निकालकर मेरी हथेली पर धर दिए।

मैं हकबका कर बोला, "बाबा ये क्या?"

वृद्ध भिखारी ने ममतापूर्ण स्वर में कहा, "बेटा! तुमने इतने प्यार से मुझे नमकीन का पैकेट दिया तो मेरा भी मूड बन गया। बस सामने के ठेके से एक क्वार्टर ला दो। भगवान् तुम्हारा भला करेंगे।"

कोई इसकी भी सुन लो!

एक आदमी सड़क पर बेहोश हो गया। उसके इर्द-गिर्द भीड़ जमा हो गई, हर कोई उसे होश में लाने के लिए सलाहें देने लगा। भीड़ में से एक बुढ़िया बोली, "बेचारे को थोड़ी ब्रांडी दे दो।"

कोई बोला, "इसके मुंह पर पानी के छींटे मारो।"

"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया फिर बोली।

"इसे पंखा करो।" कोई बोला।

"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया बोली।

"इसे अस्पताल ले जाओ।" किसी ने कहा।

"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया फिर बोली। 

तभी बेहोश पड़ा आदमी उठकर बैठ गया और जोर से चिल्लाया, "आप सब लोग अपनी बकवास बंद कीजिये और उस बेचारी बुढिया की भी कोई सुन लो।"

Tuesday, March 22, 2016

बच्चे की होशियारी!

एक माँ अपने 6 साल के बच्चे का फोटो खिंचवाने के लिए फोटो-स्टूडियो लेकर गई। फोटोग्राफर बच्चे को पुचकारते हुए बोला, "बेटा, मेरी तरफ देखो... इस कैमरे से अभी कबूतर निकलेगा।"

बच्चा एक दम से बोला, "फोकस एडजस्ट कर, जाहिलों जैसी बातें मत कर, पोर्ट्रेट मोड यूज करना, मैक्रो के साथ, ISO 200 के अंदर रखना। High Resolution में आनी चाहिए फोटो, Facebook पे अपलोड करनी है, वरना पैसे नहीं मिलेंगे। साला, 'कबूतर' निकलेगा। तेरे बाप ने कबूतर डाला था कैमरे में?"

फोटोग्राफर: बेटा कौन से स्कूल में पढते हो?

बच्चा: आँगन बाड़ी।

हर बच्चा IIN से नहीं होता!

पागलों की पहचान!

एक पागलखाने में एक पत्रकार ने डॉक्टर से प्रश्न किया। "आप कैसे पहचानते हैं कि, कौन मानसिक रोगी है और कौन नहीं?"

डॉक्टर: हम एक बाथटब पानी से पूरा भर देते हैं और मरीज को एक चम्मच, एक गिलास और एक बाल्टी देकर कहते हैं कि वो बाथटब को खाली करे।

पत्रकार: अरे वाह, बहुत बढ़िया। यानि जो नार्मल व्यक्ति होता होगा वो बाल्टी का उपयोग करता होगा क्योंकि वो चम्मच और गिलास से बड़ी होती है।

डॉक्टर: जी नहीं। नार्मल व्यक्ति बाथटब में लगे हुए ड्रेन प्लग को खींच कर टब को खाली करता है। आप 39 नंबर के बैड पर जाइए ताकि हम आप की पूरी जाँच कर सकें।

अगर आप ने भी बाल्टी ही सोचा था तो कृपया बैड नंबर 40 पर जाइए।

हिंदी का बुखार!

सब लोग हिंदी को प्रोत्साहित कर रहे हैं तो मुझे भी आज हिंदी बोलने का शौक हुआ, घर से निकला और एक ऑटो वाले से पूछा,
"त्री चक्रीय चालक, पूरे सुभाष नगर के परिभ्रमण में कितनी मुद्रायें व्यय होंगी?"

ऑटो वाले ने घूर कर मेरी तरफ देखा और बोला,"अबे हिंदी में बोल।"

मैंने कहा, "श्रीमान मै हिंदी में ही वार्तालाप कर रहा हूँ।"

ऑटो वाले ने कहा, "मोदी जी पागल करके ही मानेंगे। चलो बैठो, कहाँ चलोगे?"

मैंने कहा, "परिसदन चलो।"

ऑटो वाला फिर चकराया, "अब ये परिसदन क्या है?"

बगल वाले श्रीमान ने कहा, "अरे सर्किट हाउस जाएगा"

ऑटो वाले ने सिर खुजाया और बोला, "बैठिये प्रभु।"

रास्ते में मैंने पूछा, "इस नगर में कितने छवि गृह हैं?"

ऑटो वाले ने कहा, "छवि गृह मतलब?"

मैंने कहा, "चलचित्र मंदिर।"

उसने कहा, "यहाँ बहुत मंदिर हैं... राम मंदिर, हनुमान मंदिर, जगन्नाथ मंदिर, शिव मंदिर।"

मैंने कहा, "भाई मैं तो चलचित्र मंदिर की बात कर रहा हूँ। जिसमें नायक तथा नायिका प्रेमालाप करते हैं।"

ऑटो वाला फिर चकराया, "ये चलचित्र मंदिर क्या होता है?"

यही सोचते सोचते उसने सामने वाली गाडी में टक्कर मार दी। ऑटो का अगला चक्का टेढ़ा हो गया।

मैंने कहा, "त्री चक्रीय चालक तुम्हारा अग्र चक्र तो वक्र हो गया।"

ऑटो वाले ने मुझे घूर कर देखा और बोला, "उतर जल्दी उतर।"

सामने पंक्चर की दुकान थी मैंने दुकान वाले से कहा, "हे त्रिचक्र वाहिनी सुधारक महोदय, कृप्या अपने वायु ठूंसक यंत्र से इनके त्रिचक्र वाहिनी के द्वितीय चक्र में वायु ठूंस दीजिये।"

दूकानदार ने घूरकर मुझे देखा और बोला, "चल भाग यहाँ से कमीने, एक तो सुबह से बोनी नहीं हुई और तू शलोक सुना रहा है।"

तब से यही सोच रहा हूँ कि अब क्या करूँ हिंदी का?

बेरोज़गारी का हाल!

नदी में डूबते हुए आदमी ने पुल पर चलते हुए आदमी को आवाज़ लगायी। आदमी: `बचाओ-बचाओ।`

पुल पर चलते आदमी ने नीचे देखा और उस आदमी को बचाने के लिए पुल से नीचे रस्सी फैंकी और कहा, `रस्सी को पकड़ के ऊपर आ जाओ।`

परन्तु नदी में डूबता हुआ आदमी रस्सी नहीं पकड़ पा रहा था तो वह डर के मारे चिल्ला कर बोला, `मैं मरना नहीं चाहता, ज़िन्दगी बड़ी कीमती है कल ही तो मेरी टार्जन कंपनी में बड़ी अच्छी नौकरी लगी है।`

इतना सुनते ही पुल पर चलते आदमी ने अपनी रस्सी खींच ली और भागते-भागते टार्जन कंपनी के दफ्तर में गया वहां के मैनेजर से बोला,` जिस आदमी को आपने कल नौकरी दी थी वो अभी-अभी डूबकर मर गया है, और इस तरह आपकी कंपनी में एक जगह खाली हो गयी है, मैं बेरोजगार हूँ इसीलिए मुझे रख लीजिये।`

मैनेजर: `दोस्त, तुमने देर कर दी, अब से कुछ देर पहले हमने उस आदमी को रखा है, जो उसे धक्का दे कर तुमसे पहले यहाँ आया है।`